गुजरात में एक झटके में पूरा मंत्रिमंडल बदल दिया गया। दो दिन पहले मुख्यमंत्री ने शपथ ली थी और अब पूरी कैबिनेट ने। कैबिनेट में 24 मंत्री शामिल किए गए हैं और सभी नये हैं। यह पहली बार हुआ है कि कार्यकाल के बीच में ही मुख्यमंत्री सहित पूरे मंत्रिमंडल को बदल दिया गया। क्या ऐसा एंटी इंकंबेंसी लहर से निपटने के लिए किया गया? यह भी सवाल उठता है कि क्या रूपाणी सरकार से गुजरात में ज़बरदस्त नाराज़गी थी?
भूपेंद्र पटेल की नयी कैबिनेट ने ली शपथ; पूरा मंत्रिमंडल क्यों बदला?
- गुजरात
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- 16 Sep, 2021
गुजरात की भूपेंद्र पटेल सरकार की नयी कैबिनेट ने आज आख़िरकार शपथ ले ली। कैबिनेट में 24 मंत्री शामिल किए गए हैं और सभी नये हैं।

माना जा रहा है कि बीजेपी ने अगले साल होने वाले चुनाव से पहले गुजरात में उस मॉडल को अपनाया है जिसमें एंटी इंकंबेंसी लहर को कम या ख़त्म किया जा सके। 2017 में दिल्ली एमसीडी चुनावों में बीजेपी ने ऐसी ही तरकीब अपनाई थी और उसने अपने सभी पार्षदों का टिकट काट दिया था। तब माना जा रहा था कि पार्षदों के ख़िलाफ़ दिल्ली वासियों की नाराज़गी थी। नये चेहरों के साथ बीजेपी ने उस चुनाव में बढ़िया प्रदर्शन किया था। तो क्या गुजरात में विधानसभा चुनाव को लेकर पूरा मंत्रिमंडल बदला गया है और क्या बीजेपी के लिए ऐसा करना आसान रहा?