आख़िर प्रधानमंत्री मोदी का गुजरात मॉडल क्या है? ग़रीबी छुपाना? या ग़रीबी दूर नहीं कर ग़रीबों को ही हटा देना? ऐसा नहीं है तो अहमदाबाद में झुग्गी-झोपड़ियों को हटाने के लिए लोगों को नोटिस क्यों दिया गया है? झुग्गी-झोपड़ियों के आसपास दीवार खड़ी क्यों की जा रही है? क्या यही वह गुजरात मॉडल है जिसे प्रधानमंत्री मोदी अमेरिकी राष्ट्रपति डोनॉल्ड ट्रंप को दिखाना चाहते हैं? ट्रंप क़रीब एक हफ़्ते बाद यानी 24 जनवरी को गुजरात के दौरे पर आने वाले हैं। उनकी यात्रा से पहले ऐसी तैयारियाँ क्या इसलिए की जा रही हैं जिससे ऐसी तसवीर पेश की जा सके जो प्रधानमंत्री मोदी ने अमेरिका में 'हाउडी मोदी' के दौरान 'सब अच्छा है' कहकर दिखायी थी?