आख़िर प्रधानमंत्री मोदी का गुजरात मॉडल क्या है? ग़रीबी छुपाना? या ग़रीबी दूर नहीं कर ग़रीबों को ही हटा देना? ऐसा नहीं है तो अहमदाबाद में झुग्गी-झोपड़ियों को हटाने के लिए लोगों को नोटिस क्यों दिया गया है? झुग्गी-झोपड़ियों के आसपास दीवार खड़ी क्यों की जा रही है? क्या यही वह गुजरात मॉडल है जिसे प्रधानमंत्री मोदी अमेरिकी राष्ट्रपति डोनॉल्ड ट्रंप को दिखाना चाहते हैं? ट्रंप क़रीब एक हफ़्ते बाद यानी 24 जनवरी को गुजरात के दौरे पर आने वाले हैं। उनकी यात्रा से पहले ऐसी तैयारियाँ क्या इसलिए की जा रही हैं जिससे ऐसी तसवीर पेश की जा सके जो प्रधानमंत्री मोदी ने अमेरिका में 'हाउडी मोदी' के दौरान 'सब अच्छा है' कहकर दिखायी थी?
ट्रंप दौरा: झुग्गी हटाओ, दीवार बनाकर ग़रीबी छुपाओ, क्या यही गुजरात मॉडल?
- गुजरात
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- 18 Feb, 2020
आख़िर प्रधानमंत्री मोदी का गुजरात मॉडल क्या है? ग़रीबी छुपाना? या ग़रीबी दूर नहीं कर ग़रीबों को ही हटा देना? ऐसा नहीं है तो अहमदाबाद में झुग्गी-झोपड़ियों को हटाने के लिए लोगों को नोटिस क्यों दिया गया है?

अहमदाबाद में दीवार खड़ी करने का मामला अभी शांत भी नहीं हुआ है कि अब ताज़ा मामला झुग्गी-झोपड़ी को हटाने का आया है। यह झुग्गी-झोपड़ी उस मोटेरा स्टेडियम के पास है जिसमें प्रधानमंत्री मोदी 24 फ़रवरी को ट्रंप का स्वागत करेंगे। यह स्टेडियम नया-नया ही बन रहा है और पास की ही झुग्गी-झोपड़ी को हटाने के लिए 45 परिवारों को अहमदाबाद म्यूनिसिपल कॉरपोरेशन ने सोमवार को नोटिस दिया है। 'द इंडियन एक्सप्रेस' की रिपोर्ट के अनुसार इसमें क़रीब 200 लोग रहते हैं जो निर्माण कार्य में काम करने वाले कामगार के रूप में पंजीकृत हैं। रिपोर्ट के अनुसार उन परिवारों का कहना है कि वे वहाँ क़रीब दो दशक से रह रहे हैं और 'नमस्ते ट्रंप' कार्यक्रम के लिए उन्हें हटने के लिए कह दिया गया है।