गुजरात के चुनावी परिदृश्य में एक नाटकीय परिवर्तन देखने को मिल रहा है। जिस आम आदमी पार्टी को भाजपा के खिलाफ मुकाबले में दिखाते हुए कहा जा रहा था कि कांग्रेस अब इस सूबे में हाशिए पर चली गई है, उस आम आदमी पार्टी का हल्ला अब अचानक थम गया है।