गुजरात में विधानसभा चुनाव में व्यस्त अमित शाह का अब कट्टरपंथ पर एक रोचक बयान आया है। उनका कहना है कि कट्टरपंथ एक संप्रदाय तक ही सीमित नहीं है। तो क्या उनके कहने का मतलब है कि कट्टरपंथ हिंदू, मुसलिम जैसे सभी धर्मों में है? हालाँकि, उन्होंने किसी संप्रदाय का नाम तो नहीं लिया है, लेकिन उनके बयान का मतलब समझना क्या इतना मुश्किल है?