आगामी लोकसभा चुनाव में भाजपा को हराने के मकसद से एकजुट हुए विपक्षी दलों के समूह इंडिया गठबंधन की एक वर्चुअल बैठक शनिवार को होने जा रही है। यह बैठक सुबह 11.30 बजे से होगी।
इस बैठक में कांग्रेस के प्रमुख नेताओं के साथ ही अन्य विपक्षी दलों से शरद पवार, उद्धव ठाकरे, एमके स्टालिन, नीतीश कुमार समेत 14 पार्टियों को नेता हिस्सा लेंगे।
इस वर्चुअल बैठक में इंडिया गठबंधन के ये सभी नेता एक दूसरे से बातचीत करेंगे और लोकसभा चुनावों को लेकर आगे की रणनीति तैयार करेंगे।
यह बैठक इसलिए भी अहम मानी जा रही है क्योंकि इंडिया गठबंधन में अभी तक सीट बंटवारे को लेकर कोई पूर्ण सहमति नहीं बनी है। बैठक में सीट बंटवारे को लेकर कोई फॉर्मूला तय होने की उम्मीद की जा रही है।
इसके साथ ही इस बैठक में इंडिया गठबंधन के संयोजक को लेकर भी कोई अहम निर्णय लिया जा सकता है। माना जा रहा है कि इस बैठक में बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को इंडिया गठबंधन का संयोजक बनाने पर सहमति बन सकती है।
नीतीश कुमार की पार्टी जदयू के कई नेता लंबे समय से उन्हें संयोजक बनाने की मांग करते रहे हैं। पिछले दिनों खबर आई थी कि इंडिया गठबंधन के अंदर नीतीश कुमार नाराज चल रहे हैं।
13 जनवरी को होने वाली इस बैठक के एजेंडा का खुलासा अभी तक नहीं किया गया है लेकिन माना जा रहा है कि इस बैठक में लोकसभा चुनाव की तैयारियों को लेकर कई अहम फैसले लिए जा सकते हैं।
विपक्षी इंडिया गठबंधन की इससे पहले भी कई बैठकें हो चुकी हैं। पटना, बेंगलुरु और मुंबई के बाद इंडिया गठबंधन की बैठक दिल्ली में भी हो चुकी है।
इसकी पहली बैठक बिहार की राजधानी पटना में बीतें 23 जून को हुई थी। वहीं दूसरी बैठक 17 और 18 जुलाई को बेंगलुरु में हुई थी। 31 और 1 सितंबर को मुंबई में इंडिया गठबंधन की तीसरी बैठक हुई थी। दिसंबर में दिल्ली में इसकी चौथी बैठक हुई थी। इन बैठकों में विपक्षी दलों को एक साथ लाने से लेकर सीटों के बंटवारे तक पर चर्चा हो चुकी है।
दिल्ली से और खबरें
नीतीश को संयोजक बनाने के लिए बढ़ रहा दबाव
इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट कहती है कि कांग्रेस और इंडिया गठबंधन के अन्य दलों के बीच सीट-बंटवारे की बातचीत गति पकड़ रही है। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को संयोजक नियुक्त करने के लिए इंडिया गठबंधन पर दबाव बढ़ रहा है।हालांकि, तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) द्वारा कांग्रेस की राष्ट्रीय गठबंधन समिति के साथ सीट-बंटवारे की बातचीत में शामिल होने से इंकार करने के कुछ दिनों बाद, पार्टी ने कहा है कि वह बैठक में शामिल नहीं होगी।
इस सप्ताह की शुरुआत में, टीएमसी ने संकेत दिया था कि वह कांग्रेस को दो या अधिकतम तीन सीटें देने को तैयार है, इस प्रस्ताव को पश्चिम बंगाल राज्य कांग्रेस पहले ही अस्वीकार कर चुकी है।
इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट कहती है कि टीएमसी के सूत्रों ने कहा है कि इसकी अध्यक्ष ममता बनर्जी बैठक में शामिल नहीं होंगी क्योंकि उन्हें कहीं और पूर्व निर्धारित कार्यक्रम में शामिल होना है।
हमें शनिवार सुबह 11.30 बजे की बैठक के बारे में शाम करीब 5 बजे सूचित किया गया। यह बैठक पार्टियों के प्रमुखों के लिए है।
उस सूत्र ने बताया, हमने कांग्रेस से कहा है कि अगर बैठक अगले सप्ताह होती है तो ममता बनर्जी इसमें शामिल हो सकती हैं, वह इतने कम समय के नोटिस पर बैठक में शामिल नहीं हो पाएंगी। कांग्रेस ने बैठक के एजेंडे का खुलासा नहीं किया है।
इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट कहती है कि सूत्रों ने कहा है कि जद (यू) का विचार था कि कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को गठबंधन का अध्यक्ष या चेयरपर्सन नियुक्त किया जाना चाहिए और नीतीश कुमार को संयोजक बनाया जाना चाहिए।
जदयू का मानना है कि इंडिया गठबंधन का उत्तर-दक्षिण संयोजन लोगों को सकारात्मक संकेत भेजेगा।
बताया जाता है कि कांग्रेस इंडिया गठबंधन का नेतृत्व करने को इच्छुक नहीं है क्योंकि वह जानती है कि कुछ क्षेत्रीय दल इस विचार से सहज नहीं हैं। हालांकि, अगर इंडिया गठबंधन में आम सहमति होती है तो नीतीश कुमार को संयोजक नियुक्त किया जाना उसे स्वीकार्य होगा।
सूत्रों ने बताया कि जद (यू) ने पिछले दो सप्ताह में गठबंधन के कई नेताओं से संपर्क कर अपने प्रस्ताव पर समर्थन मांगा है। पार्टी इस मुद्दे पर कांग्रेस द्वारा दिखाए गए उत्साह की कमी से भी नाराज थी।
अपनी राय बतायें