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कोरोना संक्रमण की पहली और दूसरी लहर से बुरी तरह प्रभावित रही दिल्ली बीते दिनों में तेज़ी से अनलॉक की ओर बढ़ी है। दुकान, रेस्तरां, मॉल और बाज़ारों को फिर से खोला गया तो लोग उमड़ पड़े और हालात ऐसे हो गए कि फिर से बाज़ारों को बंद करना पड़ा है। बाज़ारों में उमड़ती भीड़ पर दिल्ली हाई कोर्ट ने भी चिंता जताई थी।
जमुनापार बसने वाली दिल्ली के लक्ष्मी नगर इलाक़े के बाज़ारों में भी हालात बेहद ख़राब हो चले थे। ये इलाक़ा बेहद घनी आबादी वाला है और यहां संकरी गलियां और इन्हीं के अंदर कई बाज़ार लगते हैं। लॉकडाउन के कारण घर में बंद होकर बोर हो चुके लोग ढील मिलते ही बाहर निकल आए।
बाज़ारों में भीड़ उमड़ने पर सोशल डिस्टेंसिंग हवा हो गई और फिर से यह ख़तरा दिखने लगा कि ऐसे में तो कोरोना की तीसरी लहर आ जाएगी इसलिए लक्ष्मी नगर में बाज़ारों को 5 जुलाई तक बंद रखने का फ़ैसला किया गया है।
पूर्वी दिल्ली जिले के प्रशासन का कहना है कि पिछले रविवार को बाज़ार में बड़ी संख्या में लोग आए थे और दुकानदारों के लिए कोरोना प्रोटोकॉल का पालन कराना मुश्किल हो गया था और ऐसे में फिर से कोरोना का संक्रमण बढ़ सकता था।
जिला प्रशासन ने जो आदेश जारी किया है उसमें लिखा है कि लक्ष्मी नगर के मुख्य बाज़ार से लक्ष्मी पब्लिक स्कूल, किशनकुंज और इससे लगने वाले बाज़ारों जैसे- मंगल बाज़ार, विजय चौक, सुभाष चौक, जगतराम पार्क, गुरू रामदास नगर के लिए यह निर्देश दिया जाता है कि इन जगहों पर 5 जुलाई या उससे अगले आदेश तक दुकानें बंद रहेंगी।
हालांकि इस दौरान ज़रूरी सामानों वाली दुकानें खुली रहेंगी। जिला प्रशासन ने कहा है कि लक्ष्मी नगर की मुख्य बाज़ार की मार्केट एसोसिएशन कोरोना की गाइडलाइंस का पालन करने में फ़ेल रही है।
इस साल कोरोना महामारी की दूसरी लहर में जब संक्रमण के मामले बढ़े तो राजधानी में 19 अप्रैल से सख़्त लॉकडाउन लगा दिया गया था, यह लॉकडाउन 29 मई तक चला। जब संक्रमण के मामलों में गिरावट आई तो धीरे-धीरे छूट दी गई और अब दिल्ली लगभग खुल चुकी है।
दिल्ली के बाज़ारों में लोगों की भीड़ से दिल्ली हाई कोर्ट भी चिंतित है और उसने इसे लेकर सख़्त नाराज़गी भी जताई है। हाई कोर्ट ने कुछ दिन पहले कहा था कि कोरोना प्रोटोकॉल के टूटने से इस महामारी की तीसरी लहर जल्दी आ जाएगी, जिसके आने की संभावना है और ऐसा नहीं होने दिया जा सकता।
हाई कोर्ट ने कहा था कि कोरोना प्रोटोकॉल को तोड़े जाने की यह आदत अगर जारी रहती है तो हम लोग बड़ी मुसीबत में फंस जाएंगे और अगर ऐसा होता है तो फिर ईश्वर ही हमारी मदद करे।
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