पायल कपाड़िया सुर्खियों में हैं। उन्होंने कान्स फिल्म फेस्टिवल में इतिहास रच दिया। वह ग्रैंड प्रिक्स पुरस्कार जीतने वाली पहली भारतीय फिल्म निर्माता बनी हैं। इनकी इस उपलब्धि पर एफ़टीआईआई से लेकर पीएम मोदी तक गर्व कर रहे हैं। लेकिन इन्हीं पायल कपाड़िया पर इसी एफ़टीआईआई ने कभी दंडात्मक कार्रवाई की थी। वह भी अभिव्यक्ति की आज़ादी से जुड़े मामले के लिए। उस अभिव्यक्ति की आज़ादी के लिए जिसके बिना अच्छी फिल्म नहीं बनायी जा सकती है और जिसके बिना कान्स फ़िल्म फेस्टिवल जैसा पुरस्कार जीतना आसान नहीं।