क्रिकेट के दीवानों के देश में जब आईपीएल के मैच चल रहे हों, तब सिनेमाघर में परदे पर फुटबॉल का मैच कराना हिम्मत का काम है। 'मैदान' फिल्म भारतीय फुटबॉल के स्वर्ण काल की कहानी है, लेकिन मैदान बहुत लम्बा हो गया। फुटबॉल के अंतरराष्ट्रीय मैच डेढ़ घंटे के होते हैं लेकिन यह फिल्म उससे दोगुने से भी ज्यादा समय तक चलती है। नतीजा उबासी और जम्हाई! फिल्म नहीं थकती, दर्शक थक जाता है।