बिहार के एक ही परिवार में 21 लोग कोरोना के चपेट में आ गये। ये संख्या पूरे बिहार में कोरोना से संक्रमित 60 लोगों का एक तिहाई है। राज्य के स्वास्थ्य सचिव संजय कुमार ने इस बात की पुष्टि की है ये सभी लोग एक ही परिवार के है।
कितने संक्रमित?
इस मामले में ख़तरनाक बात यह है कि अभी तक इस बात का पता नहीं लगाया जा सका है कि इस परिवार की वजह से और कितने लोग कोरोना से संक्रमित हुये हैं। ये लोग कोरोना जाँच से पहले कई जगह गए थे और इस संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता है कि दूसरे कई लोगों को संक्रमित किया होगा।
बिहार से और खबरें
एनडीटीवी ने एक ख़बर में कहा है कि यह परिवार बिहार की राजधानी पटना से लगभग 130 किलोमीटर दूर सिवान ज़िले में रहता है। इसकी शुरुआत ओमान से आए एक व्यक्ति से हुई। सिवान के पंजवार गाँव का रहने वाला यह आदमी 16 मार्च को ओमान से वापस आया।
इस आदमी की जाँच 4 अप्रैल को हुई, यानी लगभग 18 दिन यह व्यक्ति खुले आम घूमता रहा, लोगों से मिलता जुलता रहा।
एनडीटीवी ने एक ख़बर में कहा है कि यह परिवार बिहार की राजधानी पटना से लगभग 130 किलोमीटर दूर सिवान ज़िले में रहता है। इसकी शुरुआत ओमान से आए एक व्यक्ति से हुई।
सिवान के पंजवार गाँव का रहने वाला यह आदमी 16 मार्च को ओमान से वापस आया। इस आदमी की जाँच 4 अप्रैल को हुई, यानी लगभग 18 दिन यह व्यक्ति खुले आम घूमता रहा, लोगों से मिलता जुलता रहा।
सिवान ज़िले में अब तक 31 लोगों में कोरोना संक्रमण पाया गया है, जबकि पूरे राज्य में 60 लोगों में इस रोग के लक्षण पाये गये।
बिहार के प्रमुख स्वास्थ्य सचिव संजय कुमार ने एनडीटीवी से कहा कि इस परिवार के संक्रमित लोगों में से दस का इलाज किया जा चुका है। ये दसों लोग फ़िलहाल स्वस्थ हैं । लेकिन सावधानीवश उन्हें अभी भी दो हफ़्ते तक क्वरेन्टाइन में ही रखा जाएगा।
सिवान को कोरोना हॉटस्पॉट के रूप में चिन्हित किया गया है। ज़िले के 43 गाँवों को सील कर दिया गया है। उन्होंने सभी लोगों से अपील की है कि कोरोना सबका शत्रु है और इसका सामना सबको मिल कर करना होगा।
अपनी राय बतायें