कहते हैं कि राजनीति में एक सप्ताह बहुत होता है और इस हफ्ते बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने एक के बाद एक ऐसे बयान दिये जिससे साफ हो गया कि वे अब अपने ’भाई समान दोस्त’ के बेटे तेजस्वी यादव को सत्ता सौंपने का मन बना चुके हैं। कम से कम ऐसे बयानों से वह तेजस्वी यादव के लिए माहौलबंदी तो कर ही रहे हैं।

नीतीश खुद विपक्षी एकता के लिए काम कर रहे हैं और उन्होंने कहा है कि 2025 के विधानसभा चुनाव में तेजस्वी यादव महागठबंधन का नेतृत्व करेंगे। नीतीश के इस बयान के क्या मायने हैं।
हालांकि उनका यह बयान पहले से दिये जा रहे इशारे के मुताबिक ही है लेकिन इसके एलान में नीतीश कुमार जल्दबाजी तो नहीं कर रहे, यह सवाल जरूर पूछा जा सकता है। इसका कारण पार्टी स्तर पर सहमति, 2024 का लोकसभा चुनाव और प्रशासनिक लाबी की स्वीकार्यता है।