बिहार में राजनीतिक घमासान मचा है। मीडिया रिपोर्टों में कयास तो ये लगाए जा रहे हैं कि दो दिन में सरकार में उथल-पुथल हो सकती है। दो दिन में क्यों? ऐसी क्या जल्दी है कि दो दिन में ही यह सब पूरा कर दिया जाए? इस सवाल और कयास के पीछे जवाब यह है कि 12 अगस्त से खरमास शुरू हो रहा है और खरमास में आम तौर पर शुभ काम नहीं किए जाते हैं। तो सवाल है कि आख़िर यह खरमास क्या है और क्या इसी वजह से बिहार में इतनी जल्दी राजनीतिक उथल-पुथल मची है?
क्या खरमास की वजह से बिहार की राजनीति में अचानक आया तूफान?
- बिहार
- |
- |
- 8 Aug, 2022
क्या बिहार की राजनीति में 'शुभ', 'अशुभ' का चक्कर है? क्या अशुभ माने जाने वाले खरमास माह की वजह से नीतीश कुमार दो दिन के अंदर कुछ आमूल-चूल बदलाव करने वाले हैं?

उत्तर भारत में हिंदू कैलेंडर के अनुसार खरमास एक अशुभ महीना है। इसको एक अशुभ वक़्त माना जाता है और इसमें आम तौर पर शुभ कार्य नहीं शुरू किए जाते हैं। मुख्य रूप से बिहार, झारखंड और पूर्वी उत्तर प्रदेश के कुछ हिस्सों में खरमास को विशेष तौर पर माना जाता है।