पंद्रह साल तक पूर्व उप-मुख्यमंत्री सुशील कुमार के साथ सत्ता की दोपहिया पर सवार नीतीश कुमार ने सोमवार को सातवीं बार मुख्यमंत्री पद की शपथ ली तो यह वाहन तिपहिया में बदल गया। उनके साथ भारतीय जनता पार्टी के दो उपमुख्यमंत्रियों ने भी शपथ ली जो राष्ट्रीय सेवक संघ से जुड़े रहे हैं।

तारकिशोर प्रसाद बीजेपी में आने से पहले लंबे समय तक आरएसएस में सक्रिय रहे हैं। उनका चयन उनके संघ से जुड़े होने के साथ-साथ इसलिए भी महत्वपूर्ण है कि सीमांचल यहीं से शुरू होता है। सीमांचल में असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी एआईएमआईएम की पाँच सीटों की सफलता भी बीजेपी की नज़र में होगी और पश्चिम बंगाल की सीमा भी। बंगाल में अगले साल विधानसभा चुनाव होना है।
एक तरह से नीतीश कुमार के नेतृत्व वाली सरकार में उप मुख्यमंत्री तारकिशोर सिंह नंबर दो और रेणु देवी नंबर तीन रहेंगी।
वैसे तो पूर्व उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी भी संघ से जुड़े रहे हैं लेकिन नीतीश कुमार के साथ उनकी जोड़ी को उस रूप में इसलिए कम कर देखा गया क्योंकि दोनों जेपी आन्दोलन के भी साथी थे। दोनों ने बिहार की सत्ता से राष्ट्रीय जनता दल को बेदखल करने में भी साथ-साथ आन्दोलन किया था।