क्या लोकतंत्र में जीतने वाला उम्मीदवार यह कह सकता है कि वोट नहीं दिया है तो काम नहीं करूँगा? इससे भी बड़ा सवाल यह है कि जब गुप्त मतदान की प्रणाली है तो ऐसे मतदाताओं की पहचान कैसे हो सकती है कि किसने वोट दिया है और किसने नहीं? क्या किसी पूरे समुदाय को निशाना बनाया जा सकता है? सीतामढ़ी से जेडीयू सांसद देवेश चंद्र ठाकुर ने कुछ इसी मामले में विवादित बयान दे दिया है।