कोरोना महामारी के चलते तमाम आशंकाओं के बीच चुनाव आयोग ने पहले यह साफ किया कि बिहार में चुनाव तय समय पर ही होंगे और उसके बाद शुक्रवार शाम को इसके लिए गाइडलाइंस भी जारी कर दी। इन गाइडलाइंस को लेकर राज्य के राजनीतिक दलों की अलग-अलग राय है।
बिहार: कोरोना का संकट, ख़राब स्वास्थ्य सुविधाएं, क्या अभी चुनाव कराने ज़रूरी हैं?
- बिहार
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- 22 Aug, 2020
बीजेपी और जेडीयू तो चाहते ही थे कि चुनाव तय समय पर हों, इसलिए उन्होंने आयोग की गाइडलाइंस का स्वागत किया है लेकिन उन्हीं की सहयोगी एलजेपी ने फिर से कहा है कि चुनावों को टाला जा सकता था।

बीजेपी और जेडीयू तो चाहते ही थे कि चुनाव तय समय पर हों, इसलिए उन्होंने इसका स्वागत किया है लेकिन उन्हीं की सहयोगी एलजेपी ने फिर से कहा है कि चुनावों को टाला जा सकता था। बिहार विधानसभा का कार्यकाल 29 नवंबर को समाप्त हो रहा है, यानी तब तक राज्य में नई सरकार बन जाएगी।
पहले जानते हैं कि चुनाव आयोग ने अपनी गाइडलाइंस में क्या कहा है।