बिहार में डबल इंजन की सरकार के रहते यहां के किसान हर मौसम में खाद के लिए परेशान हैं। इस समय जब उन्हें यूरिया की सख्त जरूरत है तो यहां इसकी भारी किल्लत है। इस समय जिसे चार बोरी यूरिया की जरूरत है, उसे बमुश्किल एक बोरी खाद मिल रही, वह भी चार बजे भोर से लाइन में लगने के बाद और प्रति बोरी सौ रुपये से अधिक दाम देने पर। अगर कोई किसान इस बात का विरोध करता है तो उसे खाद नहीं दी जाती।