इंडिया गठबंधन की सीट शेयरिंग बिहार में कोई मसला नहीं थी। जेडीयू-आरजेडी की सीट शेयरिंग मीटिंग के बाद कांग्रेस को 6-7 सीटें देने की बात कही गई थी। कांग्रेस ने इस पर आपत्ति नहीं जताई थी। इंडिया गठबंधन की बैठक में बाकी दल ही नीतीश को संयोजक बनाए जाने के खिलाफ थे। लेकिन बाद में नीतीश ने खुद ही यह पद छोड़ दिया। लेकिन कांग्रेस की ओर से उन्हें पेशकश थी कि उन्हें महत्वपूर्ण जिम्मेदारी दी जा सकती है। कांग्रेस ने शनिवार को यह भेद खोल दिया कि वो पिछले कई दिनों से नीतीश से संपर्क करने की कोशिश कर रही थी लेकिन नीतीश को व्यस्त बताया गया। यह बहुत उल्लेखनीय बयान है। इससे संकेत यही मिल रहा है कि जिस इंडिया गठबंधन को खड़ा करने में नीतीश ने सूत्रधार की भूमिका निभाई थी, अब वही उससे तोड़ने में लगे हैं।
'नीतीश जी बहुत बिजी' कहकर क्या कांग्रेस जेडीयू प्रमुख को बेनकाब कर रही?
- राजनीति
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- 27 Jan, 2024
नीतीश कुमार बेशक भाजपा कैंप में लौट जाएं, लेकिन कांग्रेस, टीएमसी, सपा और आरजेडी ने उन्हें इस मुद्दे पर फंसा दिया है कि इंडिया को कौन तोड़ रहा है या उससे भाग रहा है। कांग्रेस ने शनिवार को कहा कि नीतीश कुमार को खुद कांग्रेस अध्यक्ष खड़गे ने फोन किया लेकिन नीतीश को व्यस्त बताया गया। दूसरी तरफ अखिलेश ने गठबंधन की घोषणा कर नीतीश को ही संकेत दे दिया। टीएमसी प्रमुख ममता बनर्जी शुरू से ही नीतीश को इंडिया का संयोजक बनाने के खिलाफ रही है। 2024 की विपक्षी एकता तोड़ने के लिए नीतीश को ही जिम्मेदार माना जाएगा।
