अयोध्या विवाद पर सुप्रीम कोर्ट के फ़ैसले से मुुसलिम पर्सनल लॉ बोर्ड के सचिव ज़फ़रयाब जिलानी ने असंतोष जाहिर किया है। फ़ैसले के तुरंत बाद बोर्ड ने प्रेस कॉन्फ़्रेंस की। इसमें सुन्नी वक़्फ बोर्ड की ओर से पेश वकील ज़फ़रयाब जिलानी ने कहा कि वे इस पर विचार करेंगे कि वे इस फ़ैसले के ख़िलाफ़ पुनर्विचार याचिका दायर करें या नहीं। उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट का फ़ैसला विरोधाभासी है। जिलानी ने यह भी कहा कि फ़ैसले के कुछ पक्ष से देश के धर्मनिरपेक्ष ढाँचे को मज़बूती मिलेगी। हालाँकि, सुन्नी वक़्फ बोर्ड ने फ़ैसले को स्वीकार कर लिया है और कहा है कि वह पुनर्विचार याचिका नहीं दायर करेगा।