अयोध्या मामले में मुसलिम पक्षकारों के वकील रहे राजीव धवन ने दावा किया है कि उन्हें अब इस केस से हटा दिया गया है। उन्होंने कहा कि उनके अस्वस्थ होने का कारण बताकर उन्हें केस से अलग किया गया है। इसके साथ ही धवन ने इस दावे को खारिज कर दिया कि वह अस्वस्थ हैं। हालाँकि इसके साथ ही उन्होंने यह भी साफ़ कर दिया कि इस केस से हटाए जाने के बाद वह अब अयोध्या विवाद पर सुप्रीम कोर्ट के फ़ैसले के ख़िलाफ़ दायर पुनर्विचार याचिका में शामिल नहीं हैं। इस मामले में जमीअत उलेमा-ए-हिंद ने सोमवार को ही इस मामले में सुप्रीम कोर्ट में पुनर्विचार याचिका दाखिल की है। जमीअत से अलग मुसलिम पर्सनल लॉ बोर्ड भी 9 दिसंबर से पहले ही पुनर्विचार याचिका दाखिल करने वाला है। मीडिया रिपोर्टों में मुसलिम पर्सनल लॉ बोर्ड की ओर से कहा जा रहा है कि राजीव धवन उनके वकील रहेंगे। हालाँकि धवन ने मुसलिम पर्सनल लॉ बोर्ड के वकील होने पर सफ़ाई नहीं दी है। सुन्नी वक़्फ बोर्ड ने पुनर्विचार याचिका दाखिल करने से इनकार कर दिया है।