यूपी के कैराना में कल रात को बिना नंबर वाली कार में पकड़ी गई ईवीएम के मामले में जिला प्रशासन ने जोनल मजिस्ट्रेट के खिलाफ जांच का आदेश दिया है। दूसरी तरफ डीएम का वीडियो बयान आज आया है, जिसमें वो कह रही हैं कि इसमें ऐसा कुछ नहीं है। मशीन को पहुंचाया जा रहा था।



पूरी कार्यवाही की वीडियोग्राफी कराई गई है। लेकिन सवाल ये है कि जब कुछ भी गड़बड़ नहीं है तो मामले की जांच किसलिए कराई जा रही है। समाजवादी पार्टी ने इस मामले में तमाम तरह के शक जाहिर किए हैं। कल प्रथम चरण के मतदान के दिन ईवीएम खराब होने की सबसे ज्यादा शिकायतें कैराना से ही आ रही थीं। एक ईवीएम से पांच फीसदी तक वोट मैनेज किए जा सकते हैं।