असम में नेशनल रजिस्टर ऑफ़ सिटीजंस (एनआरसी) को लेकर ख़ौफ़ का माहौल है। एनआरसी के अंतिम प्रकाशन में 11 दिन शेष बचे हैं और हज़ारों लोग इस चिंता में परेशान हैं कि क्या उनका नाम एनआरसी की अंतिम सूची में आ पायेगा। और अगर नहीं आया तो, यही सोचकर उनकी रुह काँप जाती है। एनआरसी में 40 लाख लोगों की नागरिकता छिनने का ख़तरा है और 31 अगस्त को इसकी फ़ाइनल रिपोर्ट प्रस्तुत की जानी है।
एनआरसी के प्रकाशन के ख़िलाफ़ उतरे हिंदू संगठन, लोगों में ख़ौफ़
- असम
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- 20 Aug, 2019
असम में एनआरसी को लेकर ख़ौफ़ का माहौल है। इस मामले में हिंदू संगठनों ने असम में प्रदर्शन शुरू कर दिया है।

एनआरसी में नाम आने को लेकर सबसे ज़्यादा चिंतित मुसलिम समुदाय के लोग हैं। लेकिन अब इस मामले में हिंदू संगठनों ने असम में प्रदर्शन शुरू कर दिया है। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से जुड़े इन संगठनों का कहना है कि एनआरसी का अंतिम प्रकाशन तब किया जाना चाहिए जब इसकी पूरी तरह जाँच हो चुकी हो और इसमें कोई भी ग़लती न हो।