क्या एक बार फिर जनता दल यूनाइटेड और बीजेपी के रिश्ते ख़राब हो रहे हैं? यह सवाल इसलिए उठ खड़ा हुआ है कि क्योंकि जद (यू) ने कहा है कि वह राज्यसभा में नागरिकता विधेयक का विरोध करेगी। इसके अलावा जद (यू) अपने दो वरिष्ठ नेताओं को असम में इस विधेयक के विरोध में होने वाले प्रदर्शन में शामिल होने के लिए भी भेजेगी। बता दें कि लोकसभा में भी जद (यू) ने नागरिकता विधेयक के लिए हुई वोटिंग में हिस्सा नहीं लिया था और उससे पहले तीन तलाक विधेयक का भी विरोध किया था।