असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्व सरमा ने कहा कि वह पूर्व सांसद राहुल गांधी के हालिया 'अडानी' वाले ट्वीट को लेकर अदालत जाएँगे। उस ट्वीट में राहुल गांधी ने सरमा सहित कांग्रेस के दलबदलुओं को अडानी समूह से जोड़ कर पेश करने की कोशिश की गई थी। इसी ट्वीट को लेकर असम के सीएम सरमा ने रविवार को प्रेस कॉन्फ़्रेंस कर मानहानि के मुक़दमे की चेतावनी दी है।
सरमा ने इसको लेकर शनिवार को ट्वीट भी किया था, 'यह हमारी शालीनता थी कि हमने आपसे कभी नहीं पूछा कि आपने बोफोर्स और नेशनल हेराल्ड घोटालों से अपराध की आय को कहाँ छुपाया है। और आपने ओटावियो क्वात्रोची को कई बार भारतीय न्याय के शिकंजे से कैसे बच निकलने दिया। चलिए, हम कोर्ट में मिलते हैं।'
It was our decency to have never asked you, on where have you concealed the proceeds of crime from the Bofors and National Herald Scams.
— Himanta Biswa Sarma (@himantabiswa) April 8, 2023
And how you allowed Ottavio
Quattrocchi to escape the clutches of Indian justice multiple times .
Any way we will meet in the Court of Law https://t.co/a9RGErUN1A
सरमा की यह प्रतिक्रिया राहुल के उस ट्वीट पर आई है जिसमें उन्होंने कहा, 'सच्चाई छुपाते हैं, इसलिए रोज़ भटकाते हैं! सवाल वही है - अडानी की कंपनियों में 20,000 करोड़ रुपये का बेनामी पैसा किसके हैं?' उन्होंने इस ट्वीट में सरमा, गुलाम नबी आज़ाद, ज्योतिरादित्य सिंधिया, किरण रेड्डी और अनिल एंटनी का नाम भी लिखा है। उन्होंने यह भी दावा किया कि इन सभी का गौतम अडानी के नेतृत्व वाली कंपनी में व्यावसायिक निवेश है।
बहरहाल, असम के सीएम सरमा ने रविवार को कहा है कि वह अडानी समूह से जुड़े एक ट्वीट को लेकर कांग्रेस नेता राहुल गांधी के खिलाफ मानहानि का मामला दायर करेंगे।
सरमा ने संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि मानहानि का मामला 14 अप्रैल को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के गुवाहाटी दौरे के बाद दायर किया जाएगा। उन्होंने कहा, 'राहुल गांधी ने जो कुछ भी ट्वीट किया, वह अपमानजनक है। पीएम के राज्य छोड़ने के बाद हम जवाब देंगे।' एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि निश्चित रूप से गुवाहाटी में मानहानि का मामला दायर किया जाएगा।
बता दें कि हाल ही में मोदी सरनेम की टिप्पणी वाले एक बयान के लिए राहुल गांधी को मानहानि केस में सजा मिली है। इस मामले में संसद की सदस्यता गंवाने वाले राहुल गांधी ने कहा था कि वे सांसद रहें या न रहें लेकिन अडानी समूह में निवेश की गई 20 हजार करोड़ रुपये की बेनामी संपत्ति पर सवाल उठाते रहेंगे।
राहुल ने कर्नाटक के कोलार में 13 अप्रैल 2019 को एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए कह दिया था, 'क्यों सभी चोरों का समान सरनेम मोदी ही होता है? चाहे वह ललित मोदी हो या नीरव मोदी हो या नरेंद्र मोदी? सारे चोरों के नाम में मोदी क्यों जुड़ा हुआ है।' मानहानि का यह मामला 4 साल से चला आ रहा था और आख़िरकार इस मामले में सजा हो गई।
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