पीटीआई की एक खबर के मुताबिक असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा ने रविवार को कहा कि भाजपा को अगले 10 वर्षों तक 'चार' (नदी का रेतीला इलाका) क्षेत्रों के 'मिया' लोगों के वोटों की जरूरत नहीं है, जब तक कि वे बाल विवाह जैसी प्रथाओं को छोड़कर खुद में सुधार नहीं कर लेते। हालांकि, सरमा ने कहा कि 'मिया' लोग उनका, पीएम नरेंद्र मोदी और बीजेपी का समर्थन करते हैं। लेकिन वे उन्हें वोट दिए बिना हमारे पक्ष में नारे लगाना जारी रख सकते हैं।
भाजपा को अगले 10 वर्षों तक 'मियां' लोगों के वोट नहीं चाहिएः सरमा
- असम
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- 29 Mar, 2025
असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा की जुबान एक फिर विवादित बयान के लिए खुली है। उन्होंने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि असम में भाजपा को अगले दस वर्षों तक मियां लोगों के वोट नहीं चाहिए। पश्चिम बंगाल की तरह असम में बंगाली भाषा बोलने वाले मुसलमानों को मियां कहा जाता है। लेकिन असम के ही सभ्य समाज में अब यह शब्द नहीं बोला जाता है।
