असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा की जुबान एक फिर विवादित बयान के लिए खुली है। उन्होंने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि असम में भाजपा को अगले दस वर्षों तक मियां लोगों के वोट नहीं चाहिए। पश्चिम बंगाल की तरह असम में बंगाली भाषा बोलने वाले मुसलमानों को मियां कहा जाता है। लेकिन असम के ही सभ्य समाज में अब यह शब्द नहीं बोला जाता है।