असम की बराक घाटी में आबादी का 80% से अधिक हिस्सा बंगालियों का है, जो बांग्लादेश से होने वाले प्रवजन यानी माइग्रेशन के इतिहास से जुड़े हुए हैं। इसकी जनसांख्यिकी को देखते हुए असम विधानसभा चुनाव में सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) और कांग्रेस 1985 के असम समझौते और नागरिकता (संशोधन) अधिनियम को लागू करने के अपने रुख से जूझ रहे हैं।