नेशनल रजिस्टर ऑफ़ सिटीजंस (एनआरसी) के एकत्रित आँकड़ों की सुरक्षा और ग़लत हाथों में पड़ने को लेकर सवाल शुरू से ही उठते रहे हैं। सरकार और एनआरसी समर्थक उसे हमेशा सिरे से खारिज करते रहे हैं। यह डर सच साबित हो गया जब असम एनआरसी के तमाम डेटा उसकी वेबसाइट से गायब हो गए। कंपनी की आधिकारिक वेबसाइट बिल्कुल खाली पड़ी है और उस पर कोई डेटा नहीं है।