एक नुक्कड़ नाटक के दौरान धार्मिक भावनाओं को आहत करने के आरोप में असम में एक शख्स को रविवार को गिरफ्तार किया गया है। उस व्यक्ति ने शनिवार को तब भगवान शिव का भेष वाला पहनावा पहना था जब महंगाई के ख़िलाफ़ विरोध के रूप में एक नाटक में भाग लिया था।
इस विवाद ने फिर से धार्मिक भावनाएँ आहत करने वाले विवाद को हवा दी है। इससे पहले ऐसा ही विवाद तब उठा था जब निर्देशक लीना मणिमेकलाई द्वारा एक वृत्तचित्र फिल्म के 'धूम्रपान काली' पोस्टर को लेकर देश भर में आक्रोश हुआ था। इसके बाद ऐसी कुछ और तसवीरें सोशल मीडिया पर साझा किए जाने पर भी विवाद बढ़ा था।
अब ऐसा ही ताज़ा मामला असम के नगांव का है। एक पुरुष और एक महिला ने भगवान शिव और देवी पार्वती के रूप में एक विरोध प्रदर्शन में हिस्सा लिया था। दो कलाकार- बिरिंची बोरा और करिश्मा ने नुक्कड़ नाटक किया था। इस घटना की बजरंग दल की नगांव जिला इकाइयों और विश्व हिंदू परिषद ने कड़ी निंदा की। उन्होंने आरोप लगाया कि हिंदू सनातन धर्म की भावनाओं को ठेस पहुंचाई गई है।
विवाद शनिवार शाम को तब शुरू हुआ जब शिव और पार्वती के रूप में पहने हुए पुरुष और महिला ईंधन, खाद्य पदार्थों और अन्य वस्तुओं की बढ़ती कीमतों के विरोध में सड़कों पर आए। बाइक सवार दोनों नगांव के कॉलेज चौक पहुंचे और वाहन में ईंधन ख़त्म होने का नुक्कड़ नाटक किया।
इसके बाद दोनों कलाकार बड़ा बाज़ार इलाक़े में पहुंचे और ऐसा ही नुक्कड़ नाटक वहाँ भी किया। इससे विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल नाराज़ हो गए। उन्होंने नुक्कड़ नाटक की आलोचना की और युवकों पर हिंदू भावनाओं को आहत करने का आरोप लगाया। इसके बाद नगांव सदर पुलिस स्टेशन में अभिनेता जोड़ी बिरिंची बोरा और करिश्मा के ख़िलाफ़ शिकायत दर्ज की गई। बोरा को गिरफ़्तार किया गया है।
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