बीते साल दिसंबर में अरुणाचल प्रदेश ने लंबे समय से निष्क्रिय धार्मिक स्वतंत्रता अधिनियम यानी अरुणाचल प्रदेश फ्रीडम ऑफ़ रिलीजन एक्ट, 1978  को प्रभावी तरीक़े से लागू करने का फ़ैसला किया था। लेकिन अब खासकर ईसाई संगठन इसका बड़े पैमाने पर विरोध कर रहे हैं। उनका कहना है कि इस क़ानून के ज़रिए धार्मिक आधार पर विभिन्न तबक़ों को बाँटने की कोशिश की जा रही है। इस पर विवाद बढ़ता ही जा रहा है। ईसाई संगठन इसका विरोध कर रहे हैं तो कई स्थानीय संगठन इसके समर्थन में हैं। दोनों गुट अपनी-अपनी मांगों के समर्थन में रैलियों का आयोजन करने में जुटे हैं।