आंध्र प्रदेश विधानसभा के पूर्व स्पीकर कोडेला शिव प्रसाद राव की सोमवार को मौत हो गई। कोडेला ने अपने घर में आत्महत्या करने की कोशिश की थी। 72 साल के कोडेला तेलगू देशम पार्टी (टीडीपी) के वरिष्ठ नेताओं में से थे। बताया जाता है कि टीडीपी नेता राव काफ़ी दिनों से मानसिक रूप से बीमार चल रहे थे और उनके डिप्रेशन का इलाज चल रहा था। माना जा रहा है कि इसी के चलते उन्होंने ख़ुदक़ुशी करने की कोशिश की।
ख़बरों के मुताबिक़, राज्य में सत्तारुढ़ वाईएसआर कांग्रेस के सरकार में आने के बाद पूर्व स्पीकर के परिजनों के ख़िलाफ़ झूठे मुक़दमे थोपे गये थे और इस वजह से वह बेहद तनाव में थे। इन मुक़दमों से परेशान होकर उन्होंने शनिवार रात को फांसी का फंदा लगाने की कोशिश की थी लेकिन परिजनों ने उन्हें ऐसा करने से रोक दिया था। राव को आनन-फानन में हैदराबाद के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जहाँ उन्होंने दम तोड़ दिया।
वाईएसआर कांग्रेस के सत्ता में आने के बाद से ही राव के बेटे और बेटी के ख़िलाफ़ भ्रष्टाचार के मुक़दमे दर्ज किये गये थे। राव भी आंध्र प्रदेश विधानसभा के फ़र्नीचर की चोरी का आरोप झेल रहे थे।
राव की मौत के बाद से ही राज्य में सियासी तूफान आ गया है। टीडीपी नेताओं का कहना है कि राव ने आत्महत्या नहीं की है बल्कि मुख्यमंत्री जगमोहन रेड्डी ने उनकी निर्ममता से हत्या की है। राव पेशे से डॉक्टर थे और एनटी रामाराव और चंद्रबाबू नायडू की सरकार में मंत्री रहे थे। राव आंध्र प्रदेश विधानसभा के पहले स्पीकर भी रहे थे। इस मामले में राव की पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने का इंतजार है।
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