भाजपा मुस्लिम आरक्षण के खिलाफ है, इसके नेता लगातार इसके खिलाफ बयान दे रहे हैं लेकिन आंध्र प्रदेश में उसकी सहयोगी टीडीपी इसके पक्ष में है।
आंध्र प्रदेश के पूर्व सीएम और तेलगू देशम पार्टी या टीडीपी के सुप्रीमो एन चंद्रबाबू नायडू ने शुक्रवार को अन्नामय्या जिले के रायचोटी में एक चुनावी रैली में मुस्लिमों को मिल रहे आरक्षण का समर्थन किया है।
उन्होंने कहा है कि अगर उनकी पार्टी आंध्र प्रदेश में सत्ता में आती है तो वह मुसलमानों को मिल रहे 4 प्रतिशत आरक्षण को बरकरार रखेगी।
उनका यह बयान ऐसे समय में सामने आया है जब आंध्र प्रदेश में सत्ताधारी वाईएसआरसीपी ने अपने सोशल मीडिया हैंडल से भाजपा नेताओं के उन बयानों वाले पोस्ट किया है जिनमें वे मुस्लिम आरक्षण के खिलाफ बोल रहे हैं।
पीएम मोदी सहित भाजपा के कई शीर्ष नेता मुस्लिम आरक्षण के खिलाफ लगातार चुनावी सभाओं में बोल रहे हैं। ऐसे में वाईएसआरसीपी मुस्लिम समाज को बता रही है भाजपा की सहयोगी टीडीपी अगर आंध्र की सत्ता में आई तो मुस्लिम समुदाय को ओबीसी श्रेणी के तहत मिलने वाले 4 प्रतिशत आरक्षण को खत्म कर देगी।
इसके जवाब में अब टीडीपी के नेता लगातार सफाई दे रहे हैं कि राज्य में अगर उसकी सरकार बनती है तब वह मुस्लिमों को मिल रहे इस आरक्षण को खत्म नहीं करेगी।
अंग्रेजी अखबार द इंडियन एक्सप्रेस की एक रिपोर्ट कहती है कि टीडीपी नेता और चंद्रबाबू नायडू के बेटे एन लोकेश नायडू ने भी कहा है कि राज्य में मुस्लिम कोटा हटाने का सवाल ही पैदा नहीं होता है। बीजेपी इसे तभी हटा सकती है जब वह अपने दम पर सत्ता में आएगी, वह गठबंधन में रहते हुए ऐसा नहीं कर सकती है।
उन्होंने कहा है कि टीडीपी केवल देगी, हम कभी किसी से कुछ लेंगे नहीं। टीडीपी ने दशकों पहले ही आंध्र प्रदेश में अल्पसंख्यकों के कल्याण को प्राथमिकता दी थी।
द इंडियन एक्सप्रेस की एक रिपोर्ट कहती है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने अपने चुनाव प्रचार अभियान के दौरान कहा है कि अगर भाजपा तेलंगाना में सत्ता में आई तो धर्म आधारित आरक्षण को खत्म कर देगी।
उनके इस बयान के बाद अब आंध्र प्रदेश में उसकी सहयोगी तेलुगु देशम पार्टी (टीडीपी) मुश्किल में है। तेलंगाना की तरह, आंध्र प्रदेश में भी शिक्षा और सरकारी नौकरियों में अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) श्रेणी के तहत कुछ मुस्लिम समुदायों को 4 प्रतिशत कोटा मिलता है।
इस रिपोर्ट में कहा गया है कि टीडीपी महासचिव और चंद्रबाबू नायडू के बेटे एन लोकेश नायडू ने एक साक्षात्कार में कहा है कि आरक्षण संबंधी भाजपा नेताओं का बयान गठबंधन का संयुक्त रुख नहीं हैं। टीडीपी हमेशा से एक धर्मनिरपेक्ष पार्टी रही है और रहेगी। हम किसी का कोटा नहीं छीनेंगे। इसके बारे में किसी को चिंतित नहीं होना चाहिए।
एन लोकेश नायडू कहते हैं कि चंद्रबाबू नायडू ने हमेशा कहा है कि सामाजिक और आर्थिक रूप से पिछड़े समुदायों को, चाहे वे किसी भी धर्म या जाति के हों, लाभ मिलना चाहिए। टीडीपी केवल देगी, हम कभी किसी से कुछ नहीं लेंगे।
टीडीपी ने दशकों पहले अल्पसंख्यक कल्याण को प्राथमिकता दी थी इसलिए मुस्लिम कोटा हटाने का सवाल ही नहीं उठता। बहुत सारे फर्जी वीडियो चल रहे हैं लेकिन मुझे यकीन है कि लोग यह पता लगा सकते हैं कि कौन सा नकली है और वास्तविकता क्या है।
उन्होंने कहा है कि हम लोगों से भी जुड़ रहे हैं और समझा रहे हैं कि धर्म-आधारित कोटा के खिलाफ बीजेपी का रुख केवल तभी है जब पार्टी अपने दम पर सत्ता में आती है, न कि अगर वह गठबंधन में है।
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