भारत की संसद में "झूठ" कहना अब असंसदीय हो गया है। मंत्रीगण असत्य कहें—कोई बात नहीं। लेकिन आप उन्हें “झूठा” कह देंगे, तो आप ही सदन की मर्यादा के दोषी ठहराए जाएँगे। आपसे कहा जाएगा—"कृपया असत्य कहें, झूठ मत कहें।"