राहुल गांधी सोमवार को एक बार फिर बिहार की धरती पर पहुँचे। पिछले तीन महीनों में यह उनका तीसरा दौरा है, जो बिहार विधानसभा चुनाव 2025 की तैयारियों के संदर्भ में राजनीतिक हलकों में चर्चा का विषय बन गया है। इस बार राहुल गांधी पटना में 'संविधान सुरक्षा सम्मेलन' में हिस्सा लेने के साथ-साथ बेगूसराय में कन्हैया कुमार की 'पलायन रोको, नौकरी दो' यात्रा में भी शामिल हुए। इस दौरे से कई सवाल उठते हैं। राहुल गांधी बार-बार बिहार क्यों आ रहे हैं? क्या यह कांग्रेस को बूथ स्तर पर मज़बूत करने की रणनीति का हिस्सा है? और कन्हैया कुमार की यात्रा में उनकी भागीदारी से क्या संदेश देने की कोशिश की गई है?