जिस सवाल का जवाब लंबे समय से पूछा जा रहा था कि क्या समूचा विपक्ष लोकसभा चुनावों के पहले एक हो पाएगा, 13 फ़रवरी के दिन इसका जवाब मिलने लगा। वैलेंटाइन डे की पूर्व संध्या पर विपक्षी दलों ने एक दूसरे को 'आई लव यू' कहा और जो एक दूसरे को 'आई लव यू' नहीं कहना चाह रहे थे वे भी एक दूसरे से मिले ज़रूर। देर रात विपक्षी दलो के प्रमुख नेता एनसीपी अध्यक्ष शरद पवार के घर पर बैठे और यह समझ बनी कि चुनाव के पहले एकजुटता दिखाना ज़रूरी है। विपक्षी नेताओं में यह समझ बनी है कि वे लोकसभा चुनाव पूर्व एक झंडे के तले इकठ्टा होंगे यानी चुनाव पूर्व गठबंधन बनेगा। साथ ही एक साझा कार्यक्रम भी बनेगा। विपक्षी एकता की दिशा में यह अत्यंत महत्वपूर्ण क़दम है। इस बैठक में कुल पंद्रह दलों के लोगों ने शिरकत की।
विपक्ष चुनाव पूर्व गठबंधन को तैयार, क्या मोदी को हराने में होगा कामयाब?
- विश्लेषण
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- 14 Feb, 2019

कुछ लोगों का कहना है कि राहुल गाँधी और अरविंद केजरीवाल के बीच दोस्ती मुश्किल है क्योंकि राहुल इस बात को भूल नहीं पाए हैं कि अरविंद केजरीवाल ने ही सबसे पहले राबर्ट वाड्रा के भ्रष्टाचार का मसला उठाया था, जिसकी वजह से आज वाड्रा के साथ साथ पूरे नेहरू गांधी परिवार की फ़ज़ीहत हो रही है।
पत्रकारिता में एक लंबी पारी और राजनीति में 20-20 खेलने के बाद आशुतोष पिछले दिनों पत्रकारिता में लौट आए हैं। समाचार पत्रों में लिखी उनकी टिप्पणियाँ 'मुखौटे का राजधर्म' नामक संग्रह से प्रकाशित हो चुका है। उनकी अन्य प्रकाशित पुस्तकों में अन्ना आंदोलन पर भी लिखी एक किताब भी है।