बिहार में राजद के मंत्री के एक बयान से एक बार फिर तुलसी दास को लेकर बहस छिड़ गई है। इस सिलसिले में रामचरितमानस की एक चौपाई केंद्र में है जिसमें सुंदरकांड में समुद्र राम से कहते हैं कि ढोल-गँवार-सूद्र-पसु-नारी, सकल ताड़ना के अधिकारी।
ढोल, गँवार, सूद्र, पसु, नारी वाली चौपाई में 'ताड़ना' का अर्थ पीटना है या समझना?
- विश्लेषण
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- 19 Jan, 2023

रामचरितमानस को लेकर बिहार के शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर के बयान के बाद आख़िर विवाद क्यों है? क्या उन्होंने जिस चौपाई का इस्तेमाल किया है उसमें ताड़ना का मतलब कुछ और है?
इस चौपाई में प्रयुक्त ताड़ना शब्द लंबे समय से विवाद में रहा है कि यहाँ इसका क्या अर्थ है। कुछ लोग कहते हैं कि यहाँ ताड़ना का मतलब 'समझना' है यानी शूद्र-नारी आदि समझे जाने के अधिकारी हैं। कुछ और लोग कहते हैं कि ताड़ना का अर्थ पीटना है। यानी ये सब पीटे जाने के लायक़ हैं।
आइए, हम समझने की कोशिश करते हैं कि यहाँ ताड़ना का क्या अर्थ होगा और क्यों।
नीरेंद्र नागर सत्यहिंदी.कॉम के पूर्व संपादक हैं। इससे पहले वे नवभारतटाइम्स.कॉम में संपादक और आज तक टीवी चैनल में सीनियर प्रड्यूसर रह चुके हैं। 35 साल से पत्रकारिता के पेशे से जुड़े नीरेंद्र लेखन को इसका ज़रूरी हिस्सा मानते हैं। वे देश