कर्नाटक विधानसभा चुनाव 2023 के लिए कांग्रेस ने 3 मई को वादों का अपना घोषणापत्र जारी किया। उसमें एक घोषणा थी कि अगर कांग्रेस सत्ता में आई तो वो बजरंग दल जैसे कट्टर संगठन पर कार्रवाई करेगी। बुधवार 3 मई को पीएम नरेंद्र मोदी की कर्नाटक में तीन रैलियां थीं। नरेंद्र मोदी ने उस दिन अपनी तीनों रैलियों को संबोधित करते हुए 'जय बजरंग बली' का नारा लगाया। इसके बाद तो बीजेपी ने अपने चुनाव का पूरा फोकस बजरंग बली पर कर दिया।
मीडिया से यह डिबेट गायब है कि दरअसल बजरंग दल क्या है, अयोध्या मंदिर आंदोलन से लेकर उड़ीसा में ईसाई मिशनरी ग्राहम स्टेंस को उनके बच्चों समेत जिन्दा जलाने और कर्नाटक में हथियार ट्रेनिंग कैंप जैसे विवादित मामलों में उसकी भूमिका क्या है। अलबत्ता मीडिया का एक बड़ा वर्ग देश को बताने में लगा है कि कैसे मोदी ने बजरंगी बली के दम पर कर्नाटक चुनाव को पलट दिया।