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मुरैना के गांव का दृश्य।

मुरैना के गांव में 6 को गोलियों से भूना, पान सिंह तोमर का है इलाका

मध्य प्रदेश के मुरैना जिले में दो परिवारों में पुरानी रंजिश को लेकर शुक्रवार सुबह हुए विवाद के बीच एक परिवार के आठ लोगों को गोलियों से भून दिया गया। गोलीबारी में छह लोग मारे गए, जबकि दो गंभीर रूप से घायल हो गए। घटना को अंजाम देने के बाद आरोपी फरार हो गए। पुलिस ने एफआईआर करते हुए धरपकड़ के लिए घेराबंदी करते हुए छापामारी शुरू कर दी है।
घटनाक्रम मुरैना जिले की तोमर बाहुल्य दिमनी विधानसभा क्षेत्र का है। क्षेत्र के सिहोनिया थाना के लेपा-भिडोसा गांव में दो पक्ष आज सुबह आपस में भिड़ गए। मामूली मारपीट और गाली-गलौच से शुरू हुए मामले ने देखते ही देखते गंभीर शक्ल ले ली। लाठी-डंडों से एक-दूसरे को पीटने के दरमियान एक पक्ष ने बंदूकें निकाल लीं। बंदूकें निकालकर इस पक्ष के एक युवक ने दूसरे पक्ष के लोगों को चुन-चुनकर निशाना बनाया। ताबड़तोड़ गोलियां चलाईं।
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गोलीबारी में परिवार के मुखिया गजेन्द्र सिंह सहित छह लोग मारे गए। मारे गए लोगों में तीन पुरुष और तीन महिलाएं हैं। हताहत परिवार के दो अन्य सदस्यों (एक पुरुष एवं एक महिला) को भी गोलियां लगीं हैं। इन दोनों की हालत चिंताजनक है। दोनों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
जिस गांव में घटना हुई वह दिमनी से कांग्रेस विधायक रविन्द्र सिंह का है। भारी पुलिस बल गांव में पहुंच गया है। एफआईआर करने के बाद वीर सिंह और उसके परिवार से जुड़े आरोपियों की धरपकड़ के लिए पुलिस द्वारा छापामारी की जा रही है। यह भी पता लगाने का प्रयास किया जा रहा है कि हत्या और हत्या के प्रयास में उपयोग की गईं बंदूक लाइसेंसी हैं अथवा अवैध हथियारों से पूरे घटनाक्रम को अंजाम दिया गया। इस घटना का एक और विस्तृत वीडियो देखिए -

2013 का बदला लिया!

बताया गया है कि दोनों परिवारों के घर आमने-सामने हैं। जमीन को लेकर 2013 में इनके बीच खूनी संघर्ष हुआ था। आज वारदात को अंजाम देने वाले पक्ष के दो लोग साल 2013 के घटनाक्रम में मारे गए थे। उस घटनाक्रम के बाद से ही दोनों पक्षों के बीच अदावत बनी हुई है। मामला कोर्ट पहुंचा था। मुरैना के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक रायसिंह नरवरिया ने आज की घटना के बाद मीडिया को बताया 2013 के घटनाक्रम के बाद मामला कोर्ट में पहुंचा था। दोनों पक्षों के बीच हाल ही में राजीनामा हुआ। आज हताहत हुआ परिवार 2013 के घटनाक्रम के बाद गांव छोड़कर अहमदाबाद चला गया था। वहीं रहा रहा था।
बताया गया है राजीनामा और सुलह के बाद से इस परिवार को घर वापसी के लिए प्रेरित किया जा रहा था। हमलावर परिवार ने भी भरोसा दिलाया था कि दुश्मनी खत्म हो गई है। इसके बाद गुरुवार शाम को ही इस परिवार की गांव में वापसी हुई थी। आज सुबह दोनों परिवार फिर आमने-सामने आये और बड़ा घटनाक्रम हो गया।
घटना का वीडियो वायरलः मुरैना जिले की इस घटना का एक सनसनीखेज वीडियो भी सामने आया है। वायरल हुए वीडियो में हमलावर एक परिवार के लोगों को लाठियों से पीटते दिख रहे हैं। बचाव में वह भी दूसरे पक्ष को मार रहे हैं। कुछ लोग लाठियां लेकर सड़क पर खड़े हैं। इसी बीच एक युवक बंदूक हाथ में लेकर आता है और एक के बाद एक लोगों पर निशाना साध गोली मार देता है। इस युवक के पास खड़े अन्य युवक के हाथों में भी बंदूक दिखाई देती है। पास ही खड़ी महिला और कुछ लोग गोली चलाने वाले को देखते रहते हैं।
उधर गोली लगने से दूसरे पक्ष के पुरुष और महिलाएं जमीन पर गिर पड़ते हैं। गोली लगने से अन्य लोग भी तड़फते-बचते दिखते हैं। घटनास्थल पर बच्चे भी थे, जिन्हें एक महिला ने आवाज लगाकर घरों के अंदर करती नज़र आती है। इस महिला की आवाज भी वीडियो में आ रही है।

पान सिंह तोमर का गांव है!

बताया गया चंबल के बड़े डकैतों में शुमार रहा पान सिंह तोमर भी भिडोसा गांव की रहने वाला था। परिवार पर कथित जुल्म-ज्यादती के बाद पान सिंह ने बंदूक थामकर बीहड़ की शरण लेकर गैंग बना डाली थी। बरसों तक पान सिंह गैंग का चंबल की घोटियों में आतंक बना रहा था।
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15 किलोमीटर दूर है राजस्थान

घटनास्थल से 15 किलोमीटर दूर राजस्थान है। जबकि सात किलोमीटर दूरी पर भिंड जिला लगा हुआ है। ऐसा माना जा रहा है कि घटनाक्रम को अंजाम देने के बाद आरोपी मध्य प्रदेश से लगे राजस्थान सीमा में निकल गए हैं।घटनाक्रम के बाद से लेपा और उसके आसपास के गांवों में सनसनी मची हुई है। सरगर्मी के साथ आरोपियों की तलाश में पुलिस लगी हुई है।
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क़मर वहीद नक़वी
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