अफ़ग़ानिस्तान में तालिबान जिस तेज़ी से आगे बढ़ा और आनन फ़ानन में उसने राजधानी काबुल पर क़ब्ज़ा कर लिया और अफ़ग़ान सेना ने कारगर प्रतिरोध तक नहीं किया, उससे कई सवाल खड़े होते हैं।