हिंसा। आगजनी। मौत। राष्ट्रव्यापी कर्फ्यू। देखते ही गोली मारने के आदेश। श्रीलंका में पिछले कुछ समय से ऐसे ही अप्रत्याशित घटनाएँ घट रही हैं। प्रधानमंत्री महिंदा राजपक्षे को इस्तीफ़ा देना पड़ा और अब वह भागते फिर रहे हैं। राष्ट्रपति गोटाबाया राजपक्षे के इस्तीफ़े की मांग की जा रही है और विरोध-प्रदर्शनों में 'गो होम गोटा' यानी पद छोड़कर घर जाओ गोटाबाया के नारे लग रहे हैं। दरअसल, देश में अभूतपूर्व आर्थिक और राजनीतिक संकट के बाद से ऐसे हालात बने हैं। महंगाई चरम पर है। बिजली संकट है। खाने का संकट है। और इसके बाद से ही हर रोज़ अप्रत्याशित घटनाएँ घट रही हैं। तो सवाल है कि श्रीलंका में ऐसा क्या हो गया कि वह इतिहास के अपने सबसे ख़राब दौर से गुजर रहा है? आख़िर श्रीलंका की ऐसी हालत क्यों हुई? ताक़तवर राजपक्षे परिवार निशाने पर क्यों है?