पूर्व सोवियत संघ के नेता मिखाइल गोर्बाचेव का मंगलवार को मास्को में निधन हो गया। वह 91 साल के थे। गोर्बाचेव ने सोवियत संघ का पतन कर इतिहास को एक नया मोड़ दिया। उन्होंने उस शीत युद्ध को ख़त्म कर दिया जिसमें अमेरिका और तब के सोवियत संघ के बीच उस युद्ध के लपेटे में पूरी दुनिया आती रही थी। दूसरे विश्व युद्ध के ख़त्म होने के बाद से ही वह शीत युद्ध शुरू हो गया था। कोई ऐसा देश नहीं था जिसपर उस शीत युद्ध का असर नहीं पड़ा हो। ऐसा इसलिए था कि दुनिया दो खेमों में बंट गई थी। हालाँकि, भारत जैसे कुछ देशों ने गुटनिरपेक्ष आंदोलन शुरू किया, लेकिन ये देश भी उससे प्रभावित रहे।
शीत युद्ध ख़त्म कर देने वाले नेता मिखाइल गोर्बाचेव का निधन
- दुनिया
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- 31 Aug, 2022

सोवियत संघ के आख़िरी नेता मिखाइल गोर्बाचेव अब दुनिया में नहीं रहे। जानिए उन्होंने दुनिया को किस तरह बदलने में बड़ी भूमिका निभाई।
दुनिया भर को प्रभावित करने वाले इसी शीत युद्ध को ख़त्म करने वाले गोर्बाचेव 20वीं शताब्दी के महान व्यक्तियों में से एक माने जाते हैं। उनके निधन की घोषणा मंगलवार को रूसी समाचार एजेंसियों ने की। रिपोर्टों में कहा गया कि गोर्बाचेव का मास्को के एक केंद्रीय अस्पताल में 'गंभीर और लंबी बीमारी के बाद' निधन हो गया।