अमेरिका में शुक्रवार को एक महत्वपूर्ण फैसले में एक अदालत ने 1,400 व्हाट्सएप यूजर्स के मोबाइल-लैपटॉप को टारगेट करने के लिए इसराइली आईटी कंपनी एनएसओ ग्रुप को जिम्मेदार ठहराया। एनएसओ ग्रुप पेगासस स्पाइवेयर का निर्माता है जिसका इस्तेमाल सरकारी अधिकारियों, राजनीतिक लोगों, पत्रकारों और नागरिक समाज के अन्य लोगों की जासूसी के लिए किया जाता है। पेगासस पूरी दुनिया में इसी रूप में बदनाम है। लेकिन भारत के विपक्षी दलों का आरोप है कि इसके बावजूद भारत में उसको मोदी सरकार के कार्यकाल के दौरान एंट्री दी गई।
भारत में पेगासस जासूसी भले ही दफन हो गई, यूएस में पर्दाफाश
- दुनिया
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- 29 Mar, 2025
भारत में इसराइली कंपनी एनएसओ को एंट्री मिली और उसके जरिये पेगासस स्पाईवेयर भारत में लाया गया और तमाम नेताओं और एक्टिविस्टों की जासूसी की गई या उन पर नजर रखी गई। मामला सुप्रीम कोर्ट तक पहुंचा और सबकुछ रफादफा हो गया। लेकिन अमेरिका में ऐसा नहीं हुआ। वाट्सऐप चलाने वाली मेटा कंपनी ने एनएसओ पर पेगासस स्पाईवेयर के लिए मुकदमा किया और वहां की कोर्ट ने फैसला मेटा कंपनी के पक्ष में सुनाया। साबित हुआ कि इसराइली कंपनी ने अपने स्पाईवेयर से जासूसी कराई। जानिए पूरा मामलाः
