राजनीतिक बदलाव के दौर से गुजर रहे पाकिस्तान में अस्थिरता का दौर हमेशा से रहा है, लेकिन क्या अब उस स्थिति में बदलाव आएगा? नए सेना प्रमुख बनने के बाद हालात बदलेंगे या बिगड़ेंगे? पाकिस्तान पर विशेष शृंखला में पहली, दूसरी और तीसरी कड़ी पहले ही प्रकाशित की जा चुकी है। आज पेश है इस सीरीज़ की आख़िरी कड़ी।
पाकिस्तान: जनरल मुनीर की नियुक्ति इमरान से नई लड़ाई का एलान है!
- दुनिया
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- 24 Nov, 2022

क्या पाकिस्तान में नये सेना प्रमुख की नियक्ति से अस्थिरता ख़त्म हो पाएगी? या फिर अस्थिरता बढ़ेगी? जानिए मौजूदा हालात में क्या तसवीर उभर रही है।
कई दिनों से जारी सस्पेंस को ख़त्म करते हुए पाकिस्तान की शाहबाज़ शरीफ़ सरकार ने आज अगले सेना प्रमुख के रहस्य पर से परदा हटा दिया और जनरल असीम मुनीर को देश की सेना की कमान सौंपने का फ़ैसला किया। साथ ही उसने जनरल शाहिद शमशाद मिर्ज़ा को जॉइंट चीफ़ ऑफ़ स्टाफ़ कमिटी का चेयरमैन भी बना दिया।
शाहबाज़ सरकार ने नए सेना प्रमुख का चयन करते समय वरिष्ठता को पैमाना बनाया है जबकि पूर्व प्रधानमंत्री इमरान ख़ान चाहते थे कि नए सेना चीफ़ का फ़ैसला वरिष्ठता के बजाय योग्यता के आधार पर हो और उसका निर्णय भी चुनावों के बाद आने वाली नई सरकार करे। लेकिन नए सेना प्रमुख के चयन में उनकी एक न चली और अंततः उसी व्यक्ति को नया सेना प्रमुख के रूप में चुना जिसको वे क़तई नहीं चाहते थे।
राजीव श्रीवास्तव रक्षा विश्लेषक हैं। रोहित शर्मा अंतरराष्ट्रीय संबंध विश्लेषक हैं।