पाकिस्तान में हालिया दिनों में जो कुछ घटा है उस पर राजनैतिक विश्लेषकों को कोई आश्चर्य नहीं होना चाहिए। घटनायें पहले की ही तरह घट रही हैं। नापसंद सरकारों को बर्ख़ास्त करने के पहले विरोधी दलों के गठबंधन बनते हैं, लोग सड़कों पर निकलते हैं, सेना और न्यायपालिका सरकार को अपने हथकंडों से अपंग बनाती है और फिर देश में अराजकता फैलने या भ्रष्टाचार के नाम पर उसे बर्ख़ास्त करा दिया जाता है।