यूक्रेन के तमाम बैंकों, सार्वजनिक संस्थानों और रक्षा ठिकानों पर साइबर हमले हुए हैं। आरोप रूस पर लगा है। साइबर सुरक्षा फर्म ईएसईटी और ब्रॉडकॉम के सिमेंटेक ने दावा किया है कि यूक्रेन में सैकड़ों मशीनों पर नया डेटा वाइपर मैलवेयर से हमला किया गया है। इस हमले की तैयारी दो महीने से चल रहे हैं।


ईएसईटी ने ट्वीट करके बताया है कि वाइपर बाइनरी को हर्मेटिका डिजिटल लिमिटेड के जरिए डाला गया। वाइपर डेटा को जंक कर देता है और फिर पार्टिशन मास्टर सॉफ़्टवेयर से वैध ड्राइवर्स का दुरुपयोग करता है। इसके बाद वाइपर कंप्यूटर को रीबूट कर देता है।