फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों के इस बयान पर कि अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन और रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन मिलने के लिए राजी हो गए हैं, इसे लेकर रूस ने प्रतिक्रिया दी है। रूस ने सोमवार को कहा कि दोनों देशों के राष्ट्रपतियों के बीच में किसी बैठक के बारे में अभी कोई कुछ कहना जल्दबाजी होगा।
फ्रेंच प्रेसीडेंसी की ओर से सोमवार को जारी बयान में कहा गया था कि फ्रांस के राष्ट्रपति ने बाइडेन और पुतिन से बात की है और उनके बीच बैठक कराने का प्रस्ताव रखा है।
बयान में यह भी कहा गया था कि दोनों नेताओं ने इस प्रस्ताव को स्वीकार कर लिया है और इसमें शर्त यह रखी गई है कि रूस यूक्रेन पर हमला नहीं करेगा।
रूस के प्रवक्ता दिमित्री पेस्कोव ने पत्रकारों से कहा कि ऐसी किसी बैठक को कराने की योजना पर बात करना जल्दबाजी होगी। हालांकि उन्होंने कहा कि यह समझ बन चुकी है कि विदेश मंत्रियों के स्तर पर बातचीत जारी रहनी चाहिए। प्रवक्ता ने कहा कि अगर जरूरी हुआ तो रूस और अमेरिका के राष्ट्रपति फोन पर या किसी दूसरे जरिए से एक दूसरे से बातचीत करने को लेकर फैसला ले सकते हैं।
पेस्कोव ने कहा कि पुतिन रूस की सुरक्षा परिषद की एक आपात बैठक लेने वाले हैं। खबरों के मुताबिक, रूस के विदेश मंत्री सर्जेई लावरोव अपने फ्रांसीसी समकक्ष के साथ इस मामले में बातचीत कर सकते हैं।
बाइडेन ने बीते शुक्रवार को कहा था कि रूसी सेनाएं हमले की योजना बना रही हैं और आने वाले कुछ दिनों में वह यूक्रेन पर हमला कर सकती हैं।
रूस ने यूक्रेन की सीमा पर डेढ़ लाख से ज्यादा जवानों को तैनात किया हुआ है और बीते कुछ दिनों में उनकी गतिविधियों में तेजी देखने को मिली है। कुछ हाई रिजोल्यूशन की सेटेलाइट तसवीरों से यह बात सामने आई है कि रूस ने यूक्रेन की सीमा के आसपास अपने सैन्य लड़ाकू विमानों को अहम रणनीतिक जगहों पर तैनात कर दिया है।
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