इज़राइल ने रविवार को लेबनान में हिजबुल्लाह के ठिकानों पर बमबारी जारी रखी, जिसमें एक दिन में 100 से अधिक लोग मारे गए। मिडिल ईस्ट में व्यापक संघर्ष की आशंकाओं के बीच यमन में हूती ठिकानों पर बमबारी करके इसने एक और मोर्चा खोल दिया है। सोमवार तड़के एक इजराइली हवाई हमले में तीन फिलिस्तीनी नेताओं की मौत हो गई। रॉयटर्स को प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि हमला लेबनान की राजधानी के कोला जिले में एक अपार्टमेंट इमारत की ऊपरी मंजिल पर हुआ।
लेबनान में हिजबुल्लाह लड़ाके और यमन में हूती लड़ाकों के खिलाफ इजराइल के हमलों की बढ़ती गति ने यह आशंका पैदा कर दी है कि मिडिल ईस्ट की लड़ाई नियंत्रण से बाहर हो सकती है। ईरान और अमेरिका इसमें शामिल हो सकते हैं। अमेरिका इजराइल का ही सहयोगी है।
रॉयटर्स की रिपोर्ट के अनुसार, इजराइली सेना ने कहा कि उसके हमलों में यमन के बिजली प्लांट और तेल आयात करने के लिए इस्तेमाल किए जाने वाले समुद्री बंदरगाह पर हमले शामिल हैं। इससे पहले, सूत्रों ने कहा था कि यमन के होदेइदाह बंदरगाह पर हवाई हमले शुरू किए गए हैं। यह बात हिजबुल्लाह द्वारा बेरूत पर इजराइली हमलों में अपने प्रमुख हसन नसरल्ला और एक अन्य प्रमुख व्यक्ति नबील कौक की हत्या के बाद वरिष्ठ कमांडर अली कराकी की मौत की पुष्टि करने के कुछ घंटों बाद आई है। इसके बाद इज़राइली सेना ने कहा कि उसने बेरूत के दहियेह इलाके में "सटीक हमला" किया है।
लेबनान के स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक, रविवार को इजराइल के हमले में 105 लोग मारे गए और 359 घायल हो गए। यह हमला इजराइल द्वारा लेबनान के हिजबुल्लाह समूह के प्रमुख हसन नसरल्लाह को मारने के दो दिन बाद हुआ। लेबनान के स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि रविवार को मुख्य दक्षिणी शहर सिडोन के पास घातक हवाई हमले हुए थे। पूर्व, दक्षिण और बेरूत और उसके आसपास दर्जनों लोग मारे गए थे। फ्रांस के विदेश मंत्रालय ने कहा कि लेबनान में एक दूसरे फ्रांसीसी नागरिक की भी मौत हो गई है।
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चिकित्सा और सुरक्षा सूत्र ने रॉयटर्स को बताया कि हिजबुल्लाह नेता सैय्यद हसन नसरल्लाह का शव रविवार को बेरूत में इजराइली हवाई हमले के स्थल से बरामद किया गया। जबकि शनिवार को नसरल्ला की मौत की पुष्टि करने वाले हिजबुल्लाह के बयान में यह नहीं बताया गया कि वास्तव में उन्हें कैसे मारा गया और न ही उनका अंतिम संस्कार कब होगा। सूत्रों ने कहा कि उनके शरीर पर कोई सीधा घाव नहीं था और ऐसा लगता है कि मौत की वजह उस बिल्डिंग पर गिराये गया इजराइली बम था।
इज़राइल द्वारा लेबनान स्थित हिजबुल्लाह आतंकवादी समूह के खिलाफ अपना हवाई हमला अभियान शुरू करने के बाद, 1,000 से अधिक लोग मारे गए हैं और 6,000 से अधिक घायल हुए हैं। यूएन एजेंसी यूएनएचसीआर ने कहा है कि 70,000 से अधिक लोग देश छोड़कर भाग गए हैं। यूएनएचसीआर ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा, “लेबनान में इजराइली हवाई हमलों से तबाह हुए नागरिकों के लिए स्थिति गंभीर है। अब तक 70,000 से अधिक लोग देश छोड़कर भाग चुके हैं।” अल जज़ीरा की एक रिपोर्ट के अनुसार, लेबनान के प्रधान मंत्री नजीब मिकाती ने पहले कहा था कि लेबनान में लगभग 10 लाख आंतरिक रूप से विस्थापित लोग हो सकते हैं जो इजराइली हमलों के बाद भाग गए हैं।
अल जजीरा के मुताबिक इज़राइल ने यमनी बंदरगाह शहर होदेइदाह पर हमला किया है, जिसमें रास ईसा बंदरगाह और बिजली स्टेशनों सहित प्रमुख बुनियादी ढांचे को निशाना बनाया गया है। हूती समूह द्वारा नियंत्रित इस शहर को 15 से अधिक इजराइली हवाई हमलों का सामना करना पड़ा है।
ये हमले हूतियों द्वारा इज़राइल पर दागी गई मिसाइल के बाद हुए हैं, जिसमें समूह ने तब तक जारी रखने की कसम खाई है जब तक कि लेबनान और गजा पर इज़राइल का हमला बंद नहीं हो जाता।
पत्रकार और राजनीतिक विश्लेषक हुसैन अल-बुखैती की रिपोर्ट है कि इज़राइल के हमलों का उद्देश्य मानवीय सहायता और ईंधन के लिए महत्वपूर्ण नागरिक बुनियादी ढांचे को टारगेट करके हूतियों पर दबाव डालना है।
उन्होंने कहा कि, जवाब में, हूती इजराइली बंदरगाहों और अपतटीय गैस प्लेटफार्मों पर हमले कर सकते हैं।
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