loader

पैगंबर पर टिप्पणी: अब तक 15 देशों ने दर्ज कराया विरोध, बढ़ रही नाराजगी

पैगंबर मोहम्मद साहब पर बीजेपी नेताओं के द्वारा की गई टिप्पणी को लेकर भारत लगातार घिरता जा रहा है। अब तक 15 देश इसे लेकर अपना जोरदार विरोध दर्ज करा चुके हैं। बीजेपी की ओर से नूपुर शर्मा और नवीन जिंदल के खिलाफ कार्रवाई करने के बाद भी विरोध कम होता नहीं दिख रहा है।

बीजेपी नेताओं की टिप्पणियों के खिलाफ विरोध करने वाले देशों में ईरान, इराक़, क़ुवैत, क़तर, सऊदी अरब, ओमान, संयुक्त अरब अमीरात, ईरान, जॉर्डन, अफगानिस्तान, बहरीन, मालदीव, लीबिया और इंडोनेशिया शामिल हैं। इन देशों ने बीजेपी नेताओं के बयानों को पैगंबर मोहम्मद साहब का अपमान बताया है।

क़तर की तरह ही क़ुवैत ने भी भारत के राजदूत को बुलाया था और कहा था कि इन बयानों के लिए भारत सरकार की ओर से सार्वजनिक रूप से माफी मांगी जानी चाहिए और इनकी निंदा भी की जानी चाहिए। 

इसके बाद भारत की ओर से कहा गया कि यह विचार शरारती तत्वों के हैं। 

ताज़ा ख़बरें

गिरफ्तारी की मांग 

दूसरी ओर अपने ही देश में भी बीजेपी का विरोध लगातार बढ़ता जा रहा है। कांग्रेस, सपा, एआईएमआईएम सहित कई और विपक्षी दलों ने इस टिप्पणी को लेकर मोदी और बीजेपी सरकार की आलोचना की है।

कांग्रेस ने पूछा है कि दुनिया के देशों की नाराजगी के लिए जिम्मेदार बीजेपी के नेताओं को अब तक गिरफ्तार क्यों नहीं किया गया है। कांग्रेस ने कहा है कि बीजेपी की गलतियों के लिए देश माफी नहीं मांगेगा।

पार्टी की ओर से क़तर के दौरे पर गए उपराष्ट्रपति एम. वेंकैया नायडू के सम्मान में होने वाले भोज को रद्द किए जाने को लेकर भी सवाल उठाया गया है।

महाराष्ट्र में नूपुर शर्मा के खिलाफ कई एफआईआर दर्ज हो चुकी हैं और अब मुंबई पुलिस उन्हें उनका बयान दर्ज करने के लिए समन भेजने की तैयारी कर रही है।

सुरक्षा बढ़ाई

उधर, दिल्ली पुलिस ने नूपुर शर्मा की सुरक्षा बढ़ा दी है। दिल्ली पुलिस ने नूपुर शर्मा व उनके परिवार के सदस्यों को जान से मारने की धमकी मिलने के मामले में एफआईआर भी दर्ज की है। नूपुर की गिरफ्तारी की मांग को लेकर मुस्लिम समुदाय के लोग कई जगहों पर प्रदर्शन कर रहे हैं और कानपुर में इस मामले में सांप्रदायिक हिंसा भी हो चुकी है। 

दुनिया से और खबरें

बरेलवी उलेमाओं ने कहा है कि अगर 10 जून तक नूपुर की गिरफ्तारी नहीं हुई तो बरेली में बड़ा प्रदर्शन किया जाएगा।

पैगंबर मोहम्मद साहब पर की गई टिप्पणी को लेकर इस्लामिक मुल्कों के विरोध को लेकर सोशल मीडिया पर भी माहौल काफी गर्म है। नूपुर शर्मा को उनके समर्थकों का अच्छा खासा समर्थन मिल रहा है। भारत ने ऑर्गेनाइजेशन ऑफ़ इस्लामिक कोऑपरेशन और पाकिस्तान को इस मामले में बयान जारी कर जवाब दिया है। 

सत्य हिन्दी ऐप डाउनलोड करें

गोदी मीडिया और विशाल कारपोरेट मीडिया के मुक़ाबले स्वतंत्र पत्रकारिता का साथ दीजिए और उसकी ताक़त बनिए। 'सत्य हिन्दी' की सदस्यता योजना में आपका आर्थिक योगदान ऐसे नाज़ुक समय में स्वतंत्र पत्रकारिता को बहुत मज़बूती देगा। याद रखिए, लोकतंत्र तभी बचेगा, जब सच बचेगा।

नीचे दी गयी विभिन्न सदस्यता योजनाओं में से अपना चुनाव कीजिए। सभी प्रकार की सदस्यता की अवधि एक वर्ष है। सदस्यता का चुनाव करने से पहले कृपया नीचे दिये गये सदस्यता योजना के विवरण और Membership Rules & NormsCancellation & Refund Policy को ध्यान से पढ़ें। आपका भुगतान प्राप्त होने की GST Invoice और सदस्यता-पत्र हम आपको ईमेल से ही भेजेंगे। कृपया अपना नाम व ईमेल सही तरीक़े से लिखें।
सत्य अनुयायी के रूप में आप पाएंगे:
  1. सदस्यता-पत्र
  2. विशेष न्यूज़लेटर: 'सत्य हिन्दी' की चुनिंदा विशेष कवरेज की जानकारी आपको पहले से मिल जायगी। आपकी ईमेल पर समय-समय पर आपको हमारा विशेष न्यूज़लेटर भेजा जायगा, जिसमें 'सत्य हिन्दी' की विशेष कवरेज की जानकारी आपको दी जायेगी, ताकि हमारी कोई ख़ास पेशकश आपसे छूट न जाय।
  3. 'सत्य हिन्दी' के 3 webinars में भाग लेने का मुफ़्त निमंत्रण। सदस्यता तिथि से 90 दिनों के भीतर आप अपनी पसन्द के किसी 3 webinar में भाग लेने के लिए प्राथमिकता से अपना स्थान आरक्षित करा सकेंगे। 'सत्य हिन्दी' सदस्यों को आवंटन के बाद रिक्त बच गये स्थानों के लिए सामान्य पंजीकरण खोला जायगा। *कृपया ध्यान रखें कि वेबिनार के स्थान सीमित हैं और पंजीकरण के बाद यदि किसी कारण से आप वेबिनार में भाग नहीं ले पाये, तो हम उसके एवज़ में आपको अतिरिक्त अवसर नहीं दे पायेंगे।
क़मर वहीद नक़वी
सर्वाधिक पढ़ी गयी खबरें

अपनी राय बतायें

दुनिया से और खबरें

ताज़ा ख़बरें

सर्वाधिक पढ़ी गयी खबरें