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10 महीने तक चल सकता है आजादी मार्च: इमरान खान

पाकिस्तान के पूर्व वज़ीर-ए-आज़म इमरान खान ने कहा है कि उनका आज़ादी मार्च अगले 10 महीने तक चल सकता है। इमरान खान लाहौर से लेकर इस्लामाबाद तक हक़ीक़ी आजादी मार्च निकाल रहे हैं। गुरुवार को इस मार्च का सातवां दिन है और आज यह वजीराबाद पहुंचेगा। मार्च के दौरान इमरान खान ने मुल्क में जल्द से जल्द चुनाव कराए जाने की अपनी मांग को दोहराया है और कहा है कि आवाम को इस बात का फैसला करने दें कि मुल्क के हालात कौन बेहतर कर सकता है। 

Imran Khan Haqeeqi Azadi march in Pakistan - Satya Hindi

यह मार्च बीते शुक्रवार को लाहौर के लिबर्टी चौक से शुरू हुआ था। इमरान के इस्लामाबाद कूच को देखते हुए पुलिस और प्रशासन ने बड़े पैमाने पर इंतजाम किए हैं। इमरान खान की पार्टी पाकिस्तान तहरीक ए इंसाफ यानी पीटीआई के मुताबिक तमाम जगहों पर आजादी मार्च को जोरदार समर्थन मिल रहा है। 

लाहौर के लिबर्टी चौक, कलमा चौक, मुस्लिम टाउन, जैन मंदिर, जीपीओ चौक, दाता दरबार आदि इलाकों में बड़ी संख्या में पीटीआई के कार्यकर्ता आजादी मार्च में शामिल हुए थे। आजादी मार्च में शामिल होने वालों में बड़े बुजुर्गों के साथ ही छोटे बच्चे भी शामिल हैं। 

Imran Khan Haqeeqi Azadi march in Pakistan - Satya Hindi
पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई के महानिदेशक लेफ्टिनेंट जनरल नदीम अंजुम के द्वारा प्रेस कॉन्फ्रेंस किए जाने के बाद इमरान ने उन्हें चेताया था। इमरान ने कहा था कि नदीम अंजुम कान खोल कर सुन लें, वह सिर्फ पाकिस्तान के इदारों और अपने देश के लिए चुप हैं और पाकिस्तान का नुकसान नहीं करना चाहते। लेफ्टिनेंट जनरल नदीम अंजुम ने गुरुवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा था कि इमरान खान ने पाकिस्तान का वज़ीर-ए-आज़म रहते हुए आर्मी चीफ जनरल कमर जावेद बाजवा को एक बड़ा ऑफर दिया था। 
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इस साल अप्रैल में इमरान खान की हुकूमत के गिरने के बाद से ही पीटीआई पूरे पाकिस्तान में बड़ी-बड़ी रैलियां कर रही है। पीटीआई की मांग है कि मुल्क में जल्द से जल्द चुनाव कराए जाएं। 
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इन रैलियों में इमरान खान अमेरिका के इशारे पर उनकी हुकूमत को गिराने की साजिश का आरोप लगाते हैं और शहबाज शरीफ की सरकार को इम्पोर्टेड हुकूमत बताते हैं। वह अपनी रैलियों में शहबाज शरीफ और नवाज शरीफ के साथ ही आर्मी चीफ क़मर जावेद बाजवा पर भी हमला बोलते हैं। 
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शहबाज शरीफ की हकूमत का कहना है कि इमरान खान लगातार फौज और दूसरे इदारों को निशाना बना रहे हैं। 

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चुनाव आयोग का फैसला

पाकिस्तान के चुनाव आयोग के द्वारा कुछ दिन पहले इमरान खान को अयोग्य घोषित किए जाने के बाद पीटीआई के कार्यकर्ताओं ने देश में कई जगहों पर जोरदार प्रदर्शन किया था। चुनाव आयोग ने बीते शुक्रवार को यह कार्रवाई की थी। चुनाव आयोग ने यह कार्रवाई संविधान के अनुच्छेद 63-1 (पी) के तहत की थी। 

फैसले के बाद इस्लामाबाद, कराची, फैसलाबाद, नौशेरा, सियालकोट, मरदान, फैजाबाद, गुजरात, कराची, लाहौर, हैदराबाद आदि शहरों में पीटीआई के कार्यकर्ता सड़क पर उतर आए थे और जोरदार प्रदर्शन किया था। 

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चुनाव आयोग के फैसले के अनुसार, पीटीआई के चेयरमैन इमरान खान अब संसद के सदस्य नहीं रह गए हैं और उनकी संसदीय सीट खाली हो गई है। चुनाव आयोग ने कहा है कि इमरान खान के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी। मामला यह था कि पाकिस्तान में हुकूमत चला रहे गठबंधन पीडीएम के सांसदों ने चुनाव आयोग से शिकायत की थी कि इमरान खान को अयोग्य घोषित कर दिया जाए क्योंकि उन्होंने तोशाखाना से रियायती मूल्य पर खरीदे गए उपहारों की बिक्री से मिली आय के बारे में नहीं बताया था। 
इस साल अप्रैल में इमरान खान को वज़ीर-ए-आज़म की कुर्सी छोड़नी पड़ी थी और उनकी जगह पर शहबाज शरीफ मुल्क़ के नए वज़ीर-ए-आज़म बने थे।

लाइव प्रसारण पर रोक

कुछ महीने पाकिस्तान इलेक्ट्रॉनिक मीडिया रेगुलेटरी अथॉरिटी ने सभी टीवी चैनलों से कहा था कि इमरान की तकरीरों का लाइव प्रसारण न करें। अथॉरिटी ने कहा था कि इमरान खान की तकरीरों की रिकॉर्डिंग को ही टीवी चैनलों पर चलाया जा सकता है। इसे लेकर जबरदस्त विवाद हुआ था। 

कप्तान रहते हुए पाकिस्तान को विश्वकप में जीत दिला चुके इमरान खान की पाकिस्तान में जबरदस्त लोकप्रियता है। इमरान खान पीटीआई के कार्यकर्ताओं के बड़े हुजूम के साथ मई के महीने में इसलामाबाद पहुंचे थे और तब भी उन्होंने सरकार से जल्द से जल्द नए चुनाव कराने की मांग की थी। 

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क़मर वहीद नक़वी
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