हमास नेता इस्माइल हनियेह ने इज़राइल पर उनके तीन बेटों की हत्या करने का आरोप लगाया है। इज़राइल रक्षा बलों ने बुधवार को ग़ज़ा पट्टी में हाल ही में किए गए हवाई हमले में हमास नेता इस्माइल हनियेह के तीन बेटों की हत्या की पुष्टि की है। इज़रायली हवाई हमला ग़ज़ा शहर में शाती शरणार्थी शिविर के पास हुआ, जहां के हनियेह मूल रूप से रहने वाले हैं।
एक्स पर आईडीएफ ने दावा किया कि हनिएह के तीन बेटे - आमिर, हाज़ेम और मोहम्मद - पर तब हमला किया गया जब वे 'मध्य ग़ज़ा के क्षेत्र में आतंकवादी गतिविधि को अंजाम देने के रास्ते में थे'।
IAF aircraft struck Amir Haniyeh, a cell commander in the Hamas military wing, and Mohammad and Hazem Haniyeh, both Hamas military operatives, in central Gaza today.
— Israel Defense Forces (@IDF) April 10, 2024
The IDF confirms that the 3 operatives are the sons of Ismail Haniyeh, the chairman of Hamas' political bureau. pic.twitter.com/8jhdcxiigj
हनियेह ने आरोप लगाया है कि बदले और हत्या की भावना से उनके बेटों को मारा गया। हनियेह ने बुधवार को अल जज़ीरा सैटेलाइट चैनल के साथ एक साक्षात्कार में मौतों की पुष्टि की और कहा कि उनके बेटे 'यरूशलेम और अल-अक्सा मस्जिद को आज़ाद कराने के लिए शहीद हो गए।'
एपी की रिपोर्ट के अनुसार हनियेह ने फ़ोन पर साक्षात्कार में कहा, 'आपराधिक शत्रु प्रतिशोध और हत्या की भावना से प्रेरित होता है और किसी भी मानक या कानून को नहीं मानता है।' इस्माइल हनियेह क़तर में निर्वासन में रहते हैं।
उन्होंने कहा, 'दुश्मन का मानना है कि नेताओं के परिवारों को निशाना बनाकर वह उन्हें हमारे लोगों की मांगों को छोड़ने के लिए मजबूर करेगा। जो कोई भी यह मानता है कि मेरे बेटों को निशाना बनाने से हमास को अपनी स्थिति बदलने पर मजबूर होना पड़ेगा, वह भ्रम में है।'
बहरहाल, आईडीएफ ने कहा है कि मारे गए अमीर हनियेह हमास सैन्य विंग में एक स्क्वाड कमांडर था, जबकि हाज़ेम और मोहम्मद हनियेह निचले स्तर के कार्यकर्ता थे।
इस बीच हमास के अल-अक्सा टीवी स्टेशन ने दावा किया कि वे एक ही वाहन में परिवार के सदस्यों के साथ यात्रा कर रहे थे, जिसे इजरायली ड्रोन ने निशाना बनाया। टीवी स्टेशन ने कहा कि कुल छह लोग मारे गए, जिनमें हज़ेम हनियेह की एक बेटी और अमीर का एक बेटा और बेटी शामिल हैं।
ग़ज़ा में हालिया हमले ईद-उल-फितर की छुट्टी के कम महत्वपूर्ण समारोहों के बीच हुए जिसमें कई फिलिस्तीनियों ने रमजान के पवित्र उपवास महीने को पूरा किया है। वे 7 अक्टूबर, 2023 को शुरू हुए युद्ध में मारे गए प्रियजनों की कब्रों पर गए।
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