ऐसे समय जब यूरोप और अमेरिका में इसलामोफ़ोबिया बढ़ता ही जा रहा है, फ्रांस के लोगों को उस घटना की याद ताज़ा हो गई जब दो इसलामी चरमपंथियों ने फ्रेंच पत्रिका शार्ली एब्दो के दफ़्तर में घुस कर कई लोगों की हत्या कर दी थी।