नेपोलियन बोनापार्ट ने 1806 में कॉन्टिनेंटल ब्लॉकेड का एलान करते हुए ब्रिटेन के साथ हर तरह की आर्थिक और व्यापारिक गतिविधियों पर रोक लगा दी थी। उनका मानना था कि इससे ब्रिटेन आर्थिक रूप से तबाह हो जाएगा और जो काम उनकी सेना नहीं कर सकी, वह मक़सद इस तरीके से हासिल हो जाएगा। यूरोपीय संघ ने जब 2022 में यूक्रेन पर हमले के ख़िलाफ़ रूस पर आर्थिक प्रतिबंधों का ऐलान किया तो उसकी याद आना स्वाभाविक है।